असम का परिचय व 40 तथ्य 40 Amazing Facts About Assam In Hindi
40 Amazing Facts About Assam In Hindi
कामरूप (असम का मूल नाम) राज्य में चैथी शताब्दी में पुष्यवर्मन के वर्मन राजवंष की स्थापना से असम का इतिहास आरम्भ माना जाता है जो कि प्राचीन असम का आरम्भ था। एक बौद्ध ताई जनजाति के लोग अहोम सुकपा के नेतृत्व में सन् 1228 ईस्वी में आये एवं शिवसागर में राजधानी बनाते हुए ‘असम’ राज्य की स्थापना की।
अहोम लोगों से असम के इतिहास की धारा बदल गयी। कालान्तर में ये प्रवासी बंगालियों से संकरित हो गये एवं अधिकांश हिन्दू कहलाने लगे। असम से जुड़े 40 तथ्य जानकर आप भी इस सुदूर विविधता पूर्ण पूर्वोत्तरी राज्य से परिचित हो जायेंगे.
40 Amazing Facts About Assam In Hindi
1. असम की स्थापना – 26 जनवरी 1950
2. असम का घटता गया आकार – (आँकड़ों की प्रामाणिकता की जाँच करा लें) तीन दशको में असम के मूल आकार में कटौती की जाती रही जो लगभग एक-तिहाई ही रह गया. बांग्लादेश में भारत के विभाजन के समय लगभग पूर्ण सिलहट को पूर्वी बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश) में मिला दिया गया। उत्तरी कामरूप में देवनगिरि सन् 1951 को भूटान को सौंप दिया गया।
3. असम की राजकीय सीमाएँ – पूर्व में म्याँमार, नागालैण्ड व मणिपुर, उत्तर में भूटान व अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में पश्चिम बंगाल, दक्षिण में मेघालय, त्रिपुरा, मिज़ोरम व बांग्लादेश हैं।
4. असम का मानचित्र -वर्ष 1948 में पूर्वोत्तर सीमान्त प्रदेश को असम से अलग कर दिया गया था जिसे अब अरुणाचल प्रदेश कहा जाता है। सन् 1963/68 में नागालैण्ड को असम से पृथक् कर एक पूर्ण राज्य बना दिया गया। 21 जनवरी-1972 को मेघालय को विलग कर एक राज्य के रूप में असम से विभक्त कर दिया गया तथा मिज़ोरम को संघराज्य क्षेत्र बना दिया गया। सन् 1987 को मिज़ोरम को एक राज्य घोषित किया गया।
5. असम की राजधानी – असम की राजधानी पहले शिलांग हुआ करती थी (शिलांग अब मेघालय की राजधानी है), सन् 1972-73 में दिसपुर को असम की राजधानी बना लिया गया जो कि गुवाहाटी का एक उपनगर है, वैसे गुवाहाटी समूचे पूर्वोत्तर की वाणिज्यिक राजधानी है। गुवाहाटी को असम व पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
6. असम के कुल जिले – 33
7. असम पर वर्षा – असम में पश्चिमी अँचल में औसतन 70 इन्चेज़ व पूर्वी अँचल में 120 इन्चेज़ वार्षिक वर्षा होती है।
8. असम का तापक्रम – समूचे असम में वर्षभर आर्द्रता अधिक रहती है तथा ऊँचे क्षेत्रों में शीतकाल अधिक शीतल अथवा ग्रीष्मकाल अधिक उष्ण नहीं होता किन्तु मैदानी क्षेत्रों में उमस तेज अनुभव होती है।
9. असम का पौराणिक महत्त्व – ब्रह्मपुत्र नदी के दोनों तटों पर बसा गुवाहाटी पहले प्राग्ज्योतिशपुर अथवा पूर्वी प्रकाश का नगर कहलाता था, इसे नरकासुर द्वारा स्थापित कहा जाता है। एक अन्य विवरण में रामायण अनुसार कुश के पुत्र अमूर्तराज ने राजधानी प्राग्ज्योतिषपुर को बसाया था। महाभारत में कामरूप-नरेश भगदत्त ने कौरवों की ओर से युद्ध में भाग दिया था।
10. असम की सांस्कृतिक संघटन – असम में मुख्यतः तीन प्रकार के निवासी रहते हैंः जनजातीय जनसंख्या, ग़ैर-जनजातीय जनसंख्या एवं अनुसूचित जातियाँ, असम वास्तव में अन्तर्राज्यीय से लेकर अन्तर्महाद्वीपीय रूप तक विभिन्न नृजातियों, संस्कृतियों, सम्प्रदायों, बोलियों इत्यादि का मिश्रण है।
11. असम की कृषिगत गतिविधियाँ – राज्य के कार्यबल का 60 प्रतिशत से अधिक भाग कृषि व सम्बन्धित गतिविधियों से जुड़ा है। कुल फसल के 75 प्रतिशत से अधिक भाग का उपयोग खाद्य के रूप में किया जाता है।
12. असम की मुख्य फसलें – चावल, पटसन, चाय, गन्ना, आलू, कपास, तिलहन।
13. असम का वनक्षेत्र – राज्य के कुल क्षेत्र के लगभग 22 प्रतिशत भूभाग पर वन हैं।
14. असम का मुख्य वनोपजबी – राल, कागज-निर्माण हेतु बाँस
15. असम की अभयारण्य – पेबितोरा अभयारण्य, चक्रशिला अभयारण्य इत्यादि।
16. असम के मुख्य राष्ट्रीय उद्यान – डिब्रु-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान, मानस राष्ट्रीय उद्यान, नामेरी राष्ट्रीय उद्यान (अरुणाचल-असम सीमा पर), काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान।
17. असम के प्रमुख वन्यजीव – अधिक दलदली क्षेत्र में पायी जाने वाली वन्य भैंसें (जबकि छत्तीसगढ़ की वन्य भैंसें तुलनात्मक रूप से कम दलदली क्षेत्र में रह लेती हैं), सुनहरे लंगूर, हाथी, भेड़की (बार्किंग डीयर), बादली तेंदुआ, मत्स्याहारी बिल्ली
18. असम का राज्य-वृक्ष – हूलान्ग (डिप्टेरोकार्पस मेक्रोकार्पस)
19. असम का राज्य-पुष्प – द्रौपदी माला (फ़ाक्सटैल आर्किड)
20. असम का राज्य-पक्षी – सफेद पंखों वाली काष्ठ-बत्तख
21. असम का राज्य-पशु – एक सींग वाला गैण्डा (सींग वास्तविक नहीं होती, नासिका के पास कठोर बालों के गुच्छे को सींग बोल दिया जाता है)
22. असम की राज्यनदी – ब्रह्मपुत्र (लोहित, कपिली, मानस, संकाश इत्यादि लगभग 35 नदियाँ इसकी सहायक नदियाँ बन जाती हैं), ब्रह्मपुत्र मूलत: तिब्बत की सांगपी नदी है जिसका उद्गम मानसरोवर है।
23. असम राज्य के निर्झर – आकाशी गंगा झरना, शिवकुण्ड झरना, काकोचांग झरना एवं चम्पावती कुण्ड झरना
24. असम की स्थापत्य – लगभग 1000 ईस्वी में पाल राजाओं की राजधानी तेजपुर में थी, अतः यहाँ के मंदिरों व स्मारकों में शिल्प कलाओं के उत्कृष्ट उदाहरण दिखायी दे सकते हैं।
25. असम का शिल्प – बेंत व बाँस की कलाकृतियाँ एवं घरेलु उपयोग की सामग्रियाँ, अद्वितीय कढ़ाई डिजायन एवं अनोखे रंगीन सूती परिधान, वैष्णव मठों में मिट्टी के बर्तन एवं निचले जिलों में काष्ठ शिल्प।
26. असम खनिज – खनिज तैल के उत्पादन में अग्रणी राज्यों में सम्मिलित, कोयला, चूना-पत्थर, डोलोमाइट व प्राकृतिक गैस। उन्नीसवीं शताब्दी में असम में बड़े तैल-भण्डार पाये गये थे।
27. असम ऊर्जा-संसाधन – पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस (इनके उत्पादन में देश का बड़ा हिस्सा असम से जाता है) सहित जलाऊ लकड़ी। प्रमुख विद्युत्-स्टेषन्स में चन्द्रपुर ताप-विद्युत् परियोजना, नामरूप ताप-विद्युत् परियोजना, कार्बी-लांगपी जल-विद्युत् परियोजना एवं लकवा ताप-विद्युत केन्द्र सम्मिलित हैं।
28. असम की औद्योगिक नगरियाँ – गुवाहाटी के साथ कामरूप, बरपेटा, जोरहाट एवं डिब्रु
29. असम की प्रदूषण-स्थिति – असम में पर्यावरणीय नाश के कई कारण हैं.. निर्वनीकरण, बाढ़ें, कच्चे तैल की खुदाई व कोयला उत्खनन, पेट्रोलियम परिष्करण, कागज़, सीमेण्ट व उर्वरक उद्योग सहित अन्य औद्योगिक गतिविधियाँ
30. असम राज्य की भाषाएँ – असमी के अतिरिक्त अहोम, कामरूपी, बोडो, बंगाली, इंग्लिश एवं हफ़लौंग हिन्दी इत्यादि भी
31. असम की राज्यव्यापी समस्याएँ – प्रतिवर्ष आने वाली भयंकर बाढ़ें, स्थानीय भाषायी व जनजातीय इत्यादि संघर्ष, मृदा-अपरदन
32. असम का पर्यटन – कामाख्या शक्तिपीठ, वशिष्ठ आश्रम (जहाँ महर्षि वशिष्ठ अपने जीवन के अन्तिम पड़ाव में आये थे), पुरातात्त्विक महत्त्व का श्री सूर्य पहाड़ (चट्टान को काटकर बनायी गयी मूर्तियाँ), हफ़लोंग (असम की एकमात्र पहाड़ी-पर्यटनस्थली), भैरवकुण्ड (भूटान व अरुणाचल की सीमा से सटा)।
33. ब्रह्मपुत्र के द्वीप – उमानन्द द्वीप अथवा मयूर टापू (विशाल ब्रह्मपुत्र के इस टापू पर भगवान शिव को समर्पित व वास्तु शिल्पीय विशेषता लिये उमानन्द मंदिर है जिसे अहोम राजा गदाधर सिंह के शासनकाल में बनवाया गया था), माजुली (विश्व का सबसे बड़ा नदी-द्वीप एवं एक वैष्णव केन्द्र).
34. असम की नदियाँ – सुबनसिरी व ब्रह्मपुत्र के अतिरिक्त धन सीरी, मोरा धनसीरी, दिबंग व कुशियारा नदियाँ
35. असम की सिंचाई – मुख्य नहरों, अन्य नहरों व सहायक धाराओं द्वारा
36. असम के बाँध – सुबनसिरी बाँध, बोरपानी नदी बाँध, कोपिली बाँध
37. असम की झीलें – चंदुवी झील (इसका निर्माण सन् 1897 के भूकम्प से हुआ था) तथा शिवसागर झील (जिसके तट पर शिवडोल मंदिर है जो कि वास्तव में विष्णु डोल व देवी डोल मंदिरों के साथ इन तीन मंदिरों का एक समूह है)।
38. असम के सेतु – बगीबिल सेतु धेमाजी जिला एवं डिब्रूगढ़ जिला के मध्य का संयुक्त सड़क व रेल सेतु है जो कि भारत का सबसे लम्बा रेल-सह-सड़क सेतु है। नरनारायण सेतु भी ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाया सेतु है, यह दोमंजिला है जिसमें नीचे पटरी व ऊपर सड़क है। भूपेन हजारिका सेतु अर्थात् ढोला-सदिया सेतु भारत का सबसे लम्बा सेतु है, ब्रह्मपुत्र नदी की एक उपनदी लोहित नदी पर 9.15 किलोमीटर्स की लम्बाई में बनाया गया यह सेतु अरुणाचल प्रदेष के ढोला कस्बे को असम के तिनसुकिया जिले के सदिया कस्बे से जोड़ता है।
39. असम के पर्व – बिहु, बैषागु, अंबुबाशी मेला इत्यादि
40. असम के भूकम्प-संवेदी – असम में मध्यम से तीव्र भूकम्पों की आशंका बनी रहती है जिससे भवनादि के विनिर्माण में भूकम्परोधी कलेवर प्रदान किया जाना आवश्यक है।
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