स्वपन्दोष के कारण स्वप्नदोष को कैसे रोके ! How To Stop Nightfall Swapnadosh In Hindi
How To Stop Nightfall Swapnadosh In Hindi
सबसे पहले आपको इस सच को मान लेना चाहिए की भूख प्यार की इच्छा होना हमारी एक आवश्यकता है क्योंकि यह नेचुरली होता है लेकिन xx या मैथुन हमारे लिए करना कोई Compulsory नहीं है.
काम की इच्छा अपने आप नहीं होती बल्कि हमारे द्वारा की जाती है अगर आप सेक्स की बातों से दूर रहोगे व दिमाग से इन बातों को दूर रखोगे तो कामेच्छा भी नहीं हो सकती क्योंकि कामवासना जान-बूझकर की जाती है, अपने-आप नहीं हो सकती.
स्वप्नदोष क्या होता है ? Nightfall Meaning in hindi
जब रात को नींद में हमारा स्पर्म अपने आप निकल जाता है या अपने आप रात को नींद में वीर्यस्खलन हो जाने को स्वप्नदोष (Nightfall) कहा जाता है. नाईटफाल होना एक आम बात है और इससे कुछ भी नुकसान नहीं होता है.
अगर आप कुछ भी अश्लील कंटेंट को नहीं देखते या सुनते है तो आपके नाईफॉल होने के चांसेस बहुत कम रहेंगे पर अगर आप हस्तमैथुन नहीं करते हो लेकिन सेक्स वाला कंटेंट देखते हो तो आपको नाईटफॉल हो जायेगा.
लेकिन सच बात तो यह है कि दुनिया में कुछ भी अकारण नहीं होता, यही बात स्वप्नदोष के भी मामले में लागू होती है तो आइये जाने स्वप्नदोष के लक्षण और नाईटफॉल क्यों होता है.
स्वप्नदोष को कैसे रोके ? Nightfall Ko Kaise Roke
स्वप्नदोष के लक्षण (Nightfall Ke Lakshan)
1. रात में शिश्न के आसपास आपके अंडरवियर में गीलापन होना अथवा झटके से नींद खुल जाना
2. शिश्न के आसपास बेड की चादर या ओढ़ने वाली चद्दर का गीला होना.
3. नींद में अथवा सुबह – सोकर उठने पर बिछाने/ओढ़ने के कपड़ों में दुर्गंध आना.
4. सोकर उठने पर लोगों द्वारा टोका जाना कि तुम्हारे गुप्तभाग की तरफ़ कपड़े में धब्बा कैसा ?
5. पैरों विशेष रूप से जाँघों एवं कमर में दर्द या ऐंठन
6. प्रोस्टैट ग्लैण्ड से जुड़ी समस्या के कारण पेशाब करते वक्त जलन होना.
स्वप्नदोष के कारण ? (Nightfall Kyu hota hai)
1. अधिक मात्रा में पोर्न मूवी देखना
किसी भी प्रकार के उत्तेजक Audio, Text व Video Content से दिमाग में कई अवांछनीय बातें भर जाती हैं जो रात को अवचेतन में हावी होकर उत्तेजना को उकसावा देती हैं। इसलिए जरुरी है की आपको पोर्न मूवीज देखना अवॉयड करना चाहिए.
2. अन्य फ़िल्में और टी.वी. सीरियल्स सहित विज्ञापन
जहाँ देखो वहाँ किशोरो व युवाओं को भद्दे तरीके से आकर्षित करने के लिये नारी-देह एवं अभिनेता-अभिनेत्रियों का प्रयोग किया जाता है तथा विभिन्न मनगढ़ंत कहानियों में भी नर-नारी लैंगिक सम्बन्ध पर ज़ोर दिया जाता है जिससे मन में सुबह-शाम यह सब भरकर व्यक्ति सोने जाता है तो दिन-रात मन में लोड किये गये ग़लत Inputs नींद में स्वप्नदोष के रूप में Output व्यक्त करते हैं।
3. हस्तमैथुन करना
संगी-साथियों अथवा पत्र-पत्रिकाओं की अधकचरी जानकारियों के कारण यह भ्रांति भी मन में भर ली जाती है कि यदि Hastmaithun न किया तो रात को वीर्य अपने आप निकल जायेगा.
जबकि इस भ्रांति से परे असल बात तो यह है कि शरीर में बन रहे वीर्य का अवषोषण वृषणकोष के आन्तरिक भाग द्वारा अपने आप में कर लिया जाता है जिससे उसके ढेरों पोषक तत्त्व शरीर को वापस मिल जाते हैं जो लोग हस्तमैथुन इत्यादि अनुचित गतिविधियों में लिप्त होते हैं उनके वीर्य के साथ शरीर से ये पोषक तत्त्व भी बाहर फेंक दिये जाते हैं।
कई किशोरो व युवकों को ऐसा लगता है कि कुछ दिन हस्तमैथुन करक वीर्य न निकालो तो लिंग भरा-भरा लगने लगता है और ऐसा लगता है कि कहीं अपने आप वीर्यस्खलन न हो जाये जबकि वास्तविकता यह है कि हस्तमैथुन की लत छोड़ते समय यदि ऐसी अनुभूति होती भी हो तो भी उस पर ध्यान न दें एवं हस्तमैथुन कभी न करने के संकल्प पर अडिग रहें, देर-सवेर ऐसा समय अवश्य आयेगा जब आपको याद भी नहीं आयेगा कि पिछली बार स्खलन कब हुआ था।
4. बचकाना या किशोरावस्था जैसा निरर्थक कुतूहल
”यह नया क्या है ? चलो करके देखते हैं“ वाली मानसिकता के कारण पशु-पक्षियों के बच्चे एवं इन्सानों में तो बड़े-बड़े भी शिकारियों अवगुणों की चपेट में आ जाते हैं। जिस राह में कुछ सकारात्मक नहीं उस पर चलने की चाह भी नहीं होनी चाहिए।
जहाँ कुछ संदेह हो अथवा अच्छी उपयोगिता की गारण्टी न हो वहाँ से हर वयस्क पशु दूर भाग जाता है जिससे उसका जीवन सुरक्षित बच जाता है परन्तु मनुष्य तो ‘आ बैल मुझे मार’ के फेर में पड़कर न जाने किस मज़े के चक्कर में मारा जाता है। लैंगिक कुतूहल की ओर न जायें, न ही किसी उकसावे में आयें।
5. जीन्स पैण्ट पहनना
वैसे तो कोई भी टाइट पैण्ट पुरुष जननांगों के लिये हानिप्रद होता ही है परन्तु विशेष रूप से जीन्स पैण्ट (टाइट हो या ढीले अथवा लचीले) तो हमेशा हानिप्रद होते हैं. इनका कपड़ा भी सिंथेटिक जैसा ही होता है जो अंग को रगड़ता अथवा दबाता है और तो और इसमें भीतर की कार्बन-डाईऑक्साइड भीतर रहती है एवं बाहर से ऑक्सीजन अंदर नहीं आ पाती।
यदि आप पर्यावरण-संरक्षण की बात करते या सोचते हैं तो भी जीन्स के कपड़ों से दूर रहें क्योंकि इन्हें बनाने में जितना पानी खपता है उतने में तो ऐसे कई गुने परिधान दूसरे प्रकार के अच्छे कपड़ों में तैयार किये जा सकते हैं। वैसे जीन्स के कारण कमर व रीढ़ के आसपास का रक्तसंचार एवं पूरे शरीर का तन्त्रिका-तन्त्र भी प्रभावित होता है।
इनके अतिरिक्त वृषणकोष का तापक्रम शरीर के अन्य भागों से लगभग 3-4 डिग्री कम रहता है जिससे वीर्य-निर्माण अच्छे से हो पाता है किन्तु जीन्स के कपड़े के कारण तापक्रम बढ़ जाता है.
किसी भी टाइट पैण्ट के कारण वृषण बाकी के शरीर से सट जाते हैं जिससे भी उनका तापक्रम बढ़ जाता है। षिष्न व वृषणों की नसों, वाहिनियों व तन्त्रिकाओं को क्षति पहुँचाने में जीन्स की भूमिका बड़ी होती है।
6. जले-तले या नमक-मिर्चभरे खाद्य व पेय
7. अधिक सहवास (दिमाग में सेक्स भरे रखना है या शरीर में वीर्य ? चयन आपका है)
8. मूत्रवेग रोके रखनाः इसलिये जब भी मूत्रवेग हो शीघ्र उत्सर्जन के लिये जायें, विशेष रूप से रात को सोने से पहले
9. जिमिंग या बॉडीबिल्डिंग – विभिन्न Steroids Drug व यांन्त्रिक तरीकों से शारीरिक अंगों को किसी ढर्रे में घुमाना-मोड़ना इत्यादि भी स्वप्नदोष का कारण रहता है.
10. बैठे, लेटे रहना या आरामतलबीः व्यक्ति की अन्य इन्द्रियाँ यदि श्रम न कर रही हों तो आशंका होती है कि या तो वीर्यस्खलन होगा अथवा व्यक्ति का ध्यान उस ओर जायेगा.
11. मोटापा भी एक कारण है जो आपके स्वपन्दोष का कारण बनता है.
12. आजकल की ऐसी गाड़ियाँ (विशेष रूप से बाइक) जिनमें या तो सीट अथवा पेट्रॉल भरने का स्थान आगे से उठा रहता है अथवा आगे से ऊँचा रहता है (Cycle में भी कभी-कभी कुछ लोग सीट को आगे से उठी हुई करवा लेते हैं.
इस कारण शिश्न सीट इत्यादि के सम्पर्क में रहने से वहाँ रक्तसंचार अनावश्यक रूप से प्रेरित हो जाता है अथवा इंजिन के कारण गुप्तांगों की ऊष्मा बढ़ जाती है अथवा ब्रेक लगाते समय अथवा सड़क के झटके में शिश्न पर दबाव पड़ता है। आगे झुककर गाड़ी चलाने से भी लगभग यही समस्या आती है।
13. गाड़ियों, विषेष रूप से दोपहिया वाहनों में चिपक-चिपककर बैठने से भी शिश्न रगड़ खाने की आषंका रहती है जिससे जोख़िम रहता है कि (कड़क शिश्न आसानी से सामान्य न हुआ तो) व्यक्ति कामोत्तेजना के विषय में विचार करेगा, फिर वही बात रात को मन दोहरायेगा एवं अचानक स्वप्नदोष हो जायेगा।
पतंजलि की नाईट फॉल की दवा – Patanjali Swapandosh Medicine
पतंजली की स्वपनदोष मेडिसिन के बारे में और जानने के लिए आप हमारा यह आर्टिकल पढ़े – पतंजलि नाईट फॉल मेडिसिन
स्वप्नदोष को कैसे रोके ? (Nightfall Kaise Roke)
1. रात को पेट के बल न सोयें
2. बस, कार या दुपहिया में बैठते वक्त अपनी गोदी में कोई भी भार न रखें वरना लिंग में कड़ाई आने से सम्भव है कि काम-विचार आने लगें जो अवचेतन मन में भरकर रात में नींद में व्यक्त होंगे।
3. बैठते-सोते-लेटते समय तकिया गोद में न रखें और न ही रजाई या कँबल का भारीपन वहाँ लगने दें। न ही अपने दोनों पैरों को आपस में फँसाकर इस प्रकार लेटे या बैठें कि वृषणकोष अथवा शिश्न बीच में आ रहा हो। इनके अतिरिक्त टाइट अण्डरगार्मेण्ट्स भी न पहनें।
4. लिमिट में करो तो ठीक वाली मानसिकता त्यागें – हस्तमैथुन हो या ब्ल्युफ़िल्म देखने से कम से कम हानि, अधिक से अधिक हानि, बस हानि तो होगी ही इससे फायदा कुछ भी नहीं होने वाला. इसलिये ‘Limit’ वाली बात को भी मन से मिटा दें। कोई ग़लत कार्य बिल्कुल नहीं करें.
5. ब्रह्मचर्य का महत्त्व – परशुराम हों या भीष्म पितामह उनके बलशाली मन-तन का एक मुख्य कारण उनका कामभावना से दूर रहना था उन्होंने अपनी मानसिक, शारीरिक, आध्यात्मिक ऊर्जाओं, अपने परिश्रम, अपने ध्यान को कामवासना के विचारों से हमेशा दूर रखा क्योंकि वे जानते थे कि संसार के ये सुख क्षणिक हैं एवं इनमें कुछ नहीं रखा, सब बस समय व ऊर्जा का नाश करते हैं।
6. यदि किसी कारणवश अनजाने में उत्तेजना बनने लगे तो एकान्त में न रहें, शिश्न के कपड़ों को ढीला कर दें, चले-फ़िरें, माँ-बहन-बेटी से बात करें। कहीं निकल जायें। भक्ति-आराधना में बड़ा बल होता है, अपने कल्याण के लिये रोज़ दीयाबाती करें, जहाँ रहते हैं वहीं छोटा अस्थायी मंदिर तैयार कर सकते हैं. ध्यान रहे कि नश्वर संसार में कुछ नहीं रखा.
7. WhatsApp इत्यादि समस्त ओनलाइन मैसेन्जर्स को Uninstall कर दें जहाँ काम विषयक बातें प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से लाद ही दी जाती हैं। हो सके तो साधारण फ़िएचर Keypad Phone का प्रयोग करें। जीवन जितना सादा रखेंगे, परेशानियाँ उतनी कम होंगी।
8. ” बच्चों में अच्छे संस्कार कैसे सँजोयें ” Article जरुर पढ़ें.
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मेरे 1 सप्ताह मै 4। 5 बार नाइटफॉल हो जाती है जिससे बहुत परेशान हूं plz Meri मदद करो ये रोग मुझे 5 साल से परेशान के रहा है
Sapna dos Ki Dawa
sir mrko koi gharelu daba bata do
mai bahot paresan hu
1 rat me kam se kam 2se 3 bar hota h
aur ye rog meko 3 sal se h 😔😔
Nightfall Hona Koi Galat Baat nahi Hai mere dost
Sar Mujhe koi dawa bata do plzz
Night fall 2yers