पीलिया का इलाज करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार – Jaundice Treatment Ayurveda Remedies In Hindi
पीला बुखार जिसे हम पीलिया के नाम से जानते हैं, इसे अंग्रेजी भाषा में Jaundice भी कहते हैं. यह एक सामान्य सा दिखने वाला एक गंभीर रोग हैं. इसी रोग के बारे में हम आपको पीलिया का आयुर्वेदिक उपचार व घरेलु इलाज करने के लिए आसान नुस्खे व उपाय बताएंगे जिनके जरिये आप घर पर ही पीलिया का इलाज कर सकेंगे.
साथ ही हम उन सभी विषयों पर चर्चा करेंगे जिससे इस रोग को दूर किया जा सके, यहां बताये जाने वाले नुस्खे पीलिया की दवा से भी अचूक व रामबाण काम कर सकते हैं अगर उनका परहेज के साथ नियमित रूप से सेवन किया जाए तो.
यह घरेलु नुस्खे करेंगे पीलिया का आयुर्वेदिक उपचार जॉन्डिस ट्रीटमेंट
पीलिया क्या है :
पीलिया एक ऐसा रोग हैं जिसमे हमारे शरीर का मुख्य अंग जिसे हम लिवर कहते हैं वह कमजोर होकर काम करना बंद कर देता हैं. पीलिया तब होता है जब शरीर में बिलीरुबिन नामक पदार्थ की शरीर में अत्यधिक उपस्थिति होती है. बिलीरुबिन की अत्यधिक मात्रा में होने से लिवर पर प्रभाव पढता हैं जिससे लिवर के काम करने की क्षमता कमजोर पढ़ जाती हैं, ऐसे में बिलीरुबिन धीरे-धीरे पुरे शरीर में फैल जाता हैं जिससे व्यक्ति को पीलिया रोग हो जाता हैं.
पीलिया के कारण :
पीलिया का कारण भी हमारी अनियमित जीवनशैली ही हैं. हमारी कई ऐसी आदते होती हैं जो की कई भयानक रोगों को अपनी और आकर्षित करती हैं, पीलिया का इलाज व उपचार के बारे में पढ़ने से पहले आइये जाने की पीलिया होने के कारण क्या होते हैं.
मानव शरीर के RBC (red blood cells) लाल रक्त कोशिकाओं में 4 महीने का जीवन काल होता है और फिर उन्हें शरीर से बाहर निकलना पड़ता है. Red blood cells को अपने जीवनकाल के बाद बिलीरूबिन में परिवर्तित कर दिया जाता है और उन्हें शरीर से बाहर भेजा जाना होता है, जो कि मुख्य रूप से गुर्दे और लिवर का कार्य है. लिवर के उचित कामकाज की कमी के कारण, बिलीरुबिन प्रणाली से बाहर नहीं निकलता है, और इसी तरह यह पीलिया का कारण बन जाता है, इसके अलावा नीचे दिए जा रहे कारण भी होते हैं.
*. गन्दा पानी पिने से
*. गन्दा भोजन करने से
*. बाजार के भोजन व होटलों पर ज्यादा नाश्ता करने से
*. लिवर की कमजोरी से
*. ज्यादा शराब पीने से
*. मलेरिया व टाइफाइड के बाद भी पीलिया हो सकता हैं आदि यह सभी पीलिया होने के कारण में से एक हैं.
पीलिया के लक्षण :
पीलिया रोग को ज्यादातर व्यक्ति समय पर पहचान नहीं पाते वह पीलिया को नजरअंदाज करते जाते हैं ऐसे में आगे चलकर उन्हें भारी परेशानी उठानी पढ़ती हैं. वह पीलिया का उपचार इलाज ही तब करवाते हैं.
जब तबियत ज्यादा बिगड़ जाती हैं लेकिन तब तक शरीर काफी कमजोर हो चूका होता हैं जिससे रोगी को बेवजह ज्यादा परेशानियां उठानी पढ़ती हैं. यह सब होता हैं पीलिया के लक्षण का समय पर पहचान नहीं करने से तो चलिए हम इसके लक्षणों के बारे में भी अच्छे से परिचित हो जाते हैं.
*. पेशाब का रंग बदलकर हल्का गहरा व पीला सा हो जाना
*. दोनों आंखों पर हल्का पीला रंग चढ़ जाता हैं
*. हाथों की हथेलियां भी हलकी पिली हो जाती हैं
*. शरीर पीला-पीला सा होने लगता है
*. तेज बुखार आता हैं
*. पाचन तंत्र बिगड़ जाता है
*. कब्ज की शिकायत हो जाती है आदि यह सभी पीलिया होने के लक्षण हैं, यह पीलिया के प्रत्येक रोगी में दिखाई देते हैं.
पीलिया के इलाज के लिए आसान रामबाण नुस्खे :
अब आपने पीलिया के लक्षण व कारण के बारे में अच्छे से जान लिया हैं. तो अब हम आपको पीलिया का इलाज करने के लिए घरेलु नुस्खे बताएंगे जो की पीलिया का आयुर्वेदिक उपचार करने में रामबाण व अचूक काम करेंगे. इसके बाद हम आपको निचे पीलिया में परहेज व पीलिया में क्या खाना चाहिए इसके बारे मे बताएंगे क्योंकि पीलिया में परहेज और खान-पान बहुत महत्त्व रखता हैं.
केला रामबाण इलाज के लिए – केले के छिलके में गेहूं के दाने बराबर गिला चुना डालकर रात भर के लिए उसे ऐसे ही छोड़ दें और अगली सुबह उस पुरे केले का सेवन करने से पीलिया जल्द ही दूर हो जाता हैं.
अनोखा इलाज हैं आकड़े की जड़ – आंक यानि आकड़े के पौधे की जड़ करीबन 1-2 ग्राम की मात्रा में ले व इसमें थोड़ी सी शहद मिलाकर खाने से पीलिया का जड़ से इलाज होता हैं.
5 ग्राम कलमी लें और 5 ग्राम शोरा लें व इतनी ही मात्रा में मिश्री भी लें. अब इन सभी को नीबू के रस में मिलाकर खाने से सप्ताह भर में ही पीलिया ठीक हो जाता हैं.
पाखर, आंवला, हल्दी, सोंठ, लोह भस्म और कालीमिर्च इन सभी को सामान्य मात्रा में लें और इन सभी का चूर्ण बना लें. अब दिन में तीन बार इस चूर्ण का 1.5 ग्राम मैं लेकर सेवन करे पुराने से पुराण पीलिया भी सप्ताह भर में ख़त्म हो जाता हैं.
पीलिया में टमाटर का सेवन करे :
टमाटर लाइकोपीन का एक समृद्ध स्रोत है और शरीर में रक्त के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा है. सुबह खाली पेट टमाटर का रस लेने से लिवर के स्वास्थ्य को वापस लाने के लिए अद्भुत काम आएंगे. उन्हें नरम करने के लिए पानी में कुछ टमाटर उबालें. अच्छे से उबल जाने के बाद टमाटर की छाल को अलग निकाल लें व टमाटर के अंदर के मटेरियल को एक बर्तन में निकाले.
अब इसे अच्छे से मिलाकर यानि घोलकर पी जाए. ऐसा रोजाना सुबह टमाटर का रस बनाकर पिने से पीलिया में खून की कमी नहीं आती आप इस नुस्खे को डॉक्टरी दवाइयों के साथ भी अपना सकते हैं.
हल्दी का प्रयोग :
हल्दी पीलिया रोग के उपचार में बहुत अच्छी होती हैं, वैसे ही हल्दी का आयुर्वेदा में उच्च स्थान हैं. पीलिया में आप एक चम्मच हल्दी को आधे गिलास पानी में मिलाकर रोजाना दिन में तीन बार पिए इससे शरीर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ मर जाएंगे, यह नुस्खा बिलीरुबिन को शरीर से बाहर करने में भी बहुत मदद करता हैं. पीलिया के इलाज के लिए बहुत ही आसान नुस्खा हैं. इससे शरीर के खून की सफाई भी हो जाती हैं.
गन्ने का रस :
गन्ने का रस पीलिया में अत्यंत लाभकारी होता हैं. अगर दिन में तीन से चार बार सिर्फ गन्ने का रस पिया जाए तो इससे बहुत ही लाभ होता हैं. इसके साथ ही अगर रोगी सत्तू खाकर गन्ने का रस पिए तो सप्ताह भर में ही उसका पीलिया ठीक हो जाता हैं, और अगर गेहूं के दाने बराबर सफ़ेद चुना गन्ने के रस में मिलाकर पिए तो भी जल्द से जल्द उसका पीलिया दूर हो जाता हैं.
अगर कोई रोगी गन्ने का रस न पीना चाहे तो वह गन्ने को सीधे खा भी सकता हैं, वैसे गन्ने को खाने से बेहतर हैं की रोगी गन्ने का रस ही पिए. यह बहुत ही असरकारी उपाय हैं, आपको बड़ी आसानी से गन्ने मिल जायेंगे इसलिए यह उपाय न चुके.
संतरे का रस :
संतरे यानी नारंगी पाचन संसथान को दुरुस्त करती हैं, यह पीलिया में भी बहुत ही प्रभावकारी साबित होती हैं. संतरे के रस का सेवन करने से बिलीरुबिन पदार्थ की मात्रा कम होती हैं व लिवर की कमजोरी भी दूर होती हैं. संतरे का रस इतना प्रसिद्द हैं की कई लोग तो सिर्फ संतरे के रस पर उपवास करते हैं ऐसा करने से शरीर के सभी रोग मर जाते हैं. आप भी उपवास कर सकते हैं, लेकिन शरीर के कमजोर होने पर उपवास ठीक नहीं रहते इसलिए अगर आप यह करने का सोच रहे हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
रोजाना सुबह के समय खाली पेट संतरे का रस पिने से पाचन शक्ति बढ़ती हैं व पीलिया में भी लाभ होता हैं. इसका सेवन आप दिन में चार से पांच बार तक कर सकते हैं. सप्ताह भर के सेवन से ही आपको शरीर में राहत महसूस होने लगेगी.
Golden Tip: पीलिया में पानी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पीना चाहिए
निम्बू का रस :
निम्बू का रस भी संतरे के रस की तरह ही काम करता हैं, यह भी कमजोर पाचन अंगों को दुरुस्त करता हैं व शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर करने में मदद करता है. इसके लिए आप रोजाना सुबह के समय खाली पेट निम्बू का रस बनाकर पिए. एक दो निम्बू को एक गिलास पानी में निचोड़ कर उसमे थोड़ा सा चिमटी भर नमक मिलाकर पी जाए.
बादाम :
बादाम में ऐसे कई गुण होते हैं जो की लिवर को मजबूत बनाते हैं, अगर आप सोचते होंगे की बादाम सिर्फ दिमाग को मजबूत करता हैं तो आप गलत हैं. यहां हम आपको बादाम, इलाइची, खुराक (dates) का उपाय बताएंगे जो की लिवर को मजबूती देगा व पीलिया ठीक करेगा.
6-7 बादाम लें, 3 इलाइची लें और 2-3 (Dates) यानी खुराक लें अब एक बर्तन लें और उसे पानी से पूरा भर दें इसके बाद इन सभी को उस पानी से भरे बर्तन में डाल दें. ऐसा आपको रोजाना रात को सोने से पहले करना हैं इसके बाद जब सुबह आप उठेंगे तो इनको पानी के बर्तन से निकाल कर अच्छे साफ़ पानी से एक और बार साफ़ कर लें और इनका किसी भी वस्तु के जरिये पेस्ट बनाये यानी बादाम, इलाइची और dates खुराक को बारीक से बारीक पीस लें.
अब इनके पेस्ट में एक चम्मच शक्कर और एक चम्मच शहद दोनों मिला दें, अच्छे से घोंट लें और इसका सेवन कर लें. रोजाना सुबह के समय इस नुस्खे को अपनाने से पीलिया का उपचार होता हैं.
पपीता के पत्ते :
पपीता पेप्टीन का एक अच्छा स्रोत है और पीलिया का इलाज करने में मदद करता है. यह बहुत ही आसान और असरकारी उपाय हैं जो की पीलिया की अचूक दवा से कम नही हैं. इसके लिए आप पपीता के पत्ते तोड़कर लाये और इनको घोंटकर इनका रस निकाले, आपको आधा या एक चम्मच पपीते के पत्तों का रस निकालना हैं.
इसके बाद इस रस में एक चम्मच शहद भी मिला दें. अब आपको रामबाण नुस्खा तैयार हो चूका हैं इसका सेवन कर सकते हैं. रोजाना इसका प्रयोग करने से सप्ताह भर में ही आपको राहत महसूस होने लगती हैं.
निम्बू की पत्तियों का सेवन :
निम्बू भी पीलिया के लिए एक अच्छा स्त्रोत हैं, इसमें मूत्र ज्यादा लाने की क्षमता होती हैं जो की पीलिया में बहुत उपयोगी होती हैं. इसके लिए आप एक गिलास पानी लें और एक बर्तन में डालकर उसे आग पर रख दें जब यह थोड़ा उबलने लगे तो इसमें थोड़ी सी निम्बू की पत्तियां डाल दें.
अब इन्हें भी थोड़ी देर तक उबलने दे करीबन 5 मिनट तक. इसके बाद बर्तन को आग से उतारकर अलग रख दें व इसके ठंडे होने का इंतजार करे. ठंडा हो जाने पर आप इसे धीरे-धीरे पि जाए, निम्बू की पत्तियों का रस पिने से पीलिया में बहुत लाभ होता हैं. इस नुस्खे को आप दिन में दो बार उपयोग में ला सकते हैं.
Golden Tip: रोजाना लहसुन की करीबन तीन चार कलियों को दूध के साथ लेने से पीलिया का जड़ से उपचार हो जाता हैं.
अदरक का सेवन :
अदरक का आधा चम्मच रस लें और इसमें एक चम्मच lime juice मिलाये साथ ही थोड़ा सा पोदीना का रस भी मिला दें अब इनको अच्छे से घोलकर मिक्स कर लें. अगर आपको यह बेस्वाद लग रहा हो तो इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें शहद भी मिला सकते हैं. रोजाना इस नुस्खे को अपनाने से भी पीलिया ठीक होता हैं.
मूली का सेवन :
मूली पीलिया में रामबाण होती हैं, मूली की सब्जी, मूली का रस व मूली की सलाद आदि इसका हर रूप में सेवन करने से पीलिया में लाभ होता हैं. मूली की पत्तियां लें और इन्हें पानी में डालकर आग पर उबाले. अच्छे से उबाल लेने के बाद इनको पानी से बाहर निकालकर कुचल लें यानी इसका रस निकाल लें और इसका सेवन कर लें.
रोजाना दिन में दो बार मूली का रस पिने से बहुत लाभ होता हैं इसके अलावा आप सब्जी में व भोजन करते वक्त मूली का सेवन भी करे.
बच्चों को पीलिया होने पर माँ का दूध पिलाये :
अक्सर देखा जाता हैं की नवजात शिशु को पीलिया हो जाता हैं यह आम बात हैं क्योंकि छोटे शिशुओं के शरीर में लिवर ठीक से विकसित नहीं हुआ होता हैं इसलिए लिवर के कमजोर होने से शिशुओं को पीलिया आसानी से हो जाता हैं. बच्चों में पीलिया का इलाज करने के लिए आप उसे अपनी मां का दूध पिलाये, जितना ज्यादा वह दूध पियेगा उतनी जल्दी उसे यह रोग छोड़ देगा.
पीलिया में क्या खाये :
पीलिया में हल्का आहार लें जो की आसानी से पच जाए, मूली की सब्जी, पालक की सब्जी, टमाटर की सब्जी, लोकि की सब्जी व हरे पत्तेदार सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करे. फलों का रस भी ज्यादा पिए इसमें खासकर नारियल पानी, गन्ने का रस, टमाटर का रस लें. कच्चा भोजन करने से बचे व चबा-चबाकर भोजन करे. ज्यादा मेहनती काम न करे.
पीलिया में परहेज :
पीलिया में परहेज का बहुत महत्त्व हैं. घी लगी रोटी बिलकुल भी न खाये, घी का किसी भी रूप में सेवन न करे, शराब न पिए, नशीली चीजे न खाये, चाय कॉफ़ी का सेवन बंद कर दें. तली गली चीजे, फ़ास्ट फूड्स का सेवन बिलकुल भी न करे. जितना हो सके घर की बनी चीजे खाये बाजार की चीजों के सेवन से बचे. अगर आप इस तरह पीलिया में परहेज करते हैं तो आपके पीलिया का उपचार बहुत ही जल्द व आसानी से हो जायेगा.
Golden Tip: लौकी का रस भी पीलिया रोगी को पीते रहना चाहिए
तो दोस्तों यहां हमने आपको पीलिया का इलाज करने के लिए घरेलु नुस्खे व आयुर्वेदिक उपाय बताये जो की बहुत ही अचूक हैं. अब आप अपनी सेहत का ध्यान रखते हैं बताये गए नुस्खों को अपनाये. पीलिया का आयुर्वेदिक उपचार करना आसान हैं, एलॉपथी में भी पीलिया की दवा नहीं मिलती हैं, पीलिया को सिर्फ आयुर्वेदिक नुस्खे के जरिये ही मिटाया जा सकता हैं जो की हमने यहां बताये हैं.
Name : Sheenu Sharma
Work : Ayurvedic Student
पीलिया का ईलाज और उपाय यह आर्टिकल हमें भेजा है शीनू जी ने. शीनू जी एक ब्लॉगर है और अपना एक खुद का ब्लॉग चलाती है. हम उन्हें ब्लॉग्गिंग और सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनायें देते है.
Nayichetana.com में ” पीलिया : कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार / Piliya jaundice treatment In hindi ” Share करने के लिए पारुल जी आपका बहुत – बहुत धन्यवाद.
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निवेदन- आपको Piliya jaundice treatment In hindi ! Piliya Jaundice KaIlaj / पीलिया : कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार ! Hindi Article पढ़कर कैसा लगा. आप हमें Comments के माध्यम से अपने विचारो को अवश्य बताये. हमें बहुत ख़ुशी होगी.
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myspiritualguru says
aapka yah post bahut acha hai piliya pey.
kai logo ko laabh hoga,,
Tinku Sharma says
Peeliya wakai khtarnaak rog hai…iske baare me bahut achhi jaankari aapne di hai…wakai aapka post helpful hai. thanks.
Surendra Mahara says
Your Most Welcome.
ramesh dariwal says
aapki likhne ki shaili bahut achi hai maim. aise hi likhte rahe.
Chetan singh says
pila bukhar health ko bada nuksan kar deta hai kai log isse mar bhi jate hai. aapki tips bahut wali hai
Neeraj says
Piliya par likha hua great article. bahut khub sir
Sheenu @Gharelu_Nuskhe says
Thank You Sir.